मध्य प्रदेश में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। प्रदेश के कई इलाकों में तापमान में अचानक गिरावट दर्ज की गई है, जिससे शीतलहर का असर तेज हो गया है। रायसेन ने इस बार ठंड के सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए न्यूनतम तापमान 3.6°C पर पहुंचा, जबकि पचमढ़ी में तापमान 3.5°C दर्ज किया गया। राजधानी भोपाल में भी तापमान 7.8°C तक गिर गया है।
25 से अधिक जिलों में तापमान 10°C से नीचे
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के 25-30 जिलों में तापमान 10°C से नीचे चला गया है। रायसेन और पचमढ़ी के अलावा धार, सिवनी, सागर, नीमच और जबलपुर जैसे कई जिलों में शीतलहर का असर देखा गया। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और टीकमगढ़ जैसे शहरों में शीतल दिन की स्थिति बनी रही।
ठंड का कारण और आने वाले दिन
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तरी भारत में हो रही बर्फबारी और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण सर्द हवाएं मध्य प्रदेश तक पहुंच रही हैं। यह स्थिति अगले दो-तीन दिनों तक बनी रह सकती है। भोपाल में तो केवल एक दिन में न्यूनतम तापमान में 4.5°C की गिरावट दर्ज की गई।
क्या है शीतल दिन और शीतलहर?
शीतल दिन: जब न्यूनतम तापमान 10°C से कम हो और अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5°C कम हो।
शीतलहर: जब रात का तापमान 10°C से कम और सामान्य से 5°C कम हो।
सुरक्षा के लिए सुझाव
तेज ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनें और आवश्यकता होने पर ही घर से बाहर निकलें। खासकर बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें। मौसम विभाग का कहना है कि ठंड से बचाव के उपाय करना बेहद जरूरी है, क्योंकि आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट हो सकती है।
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