भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे अखनूर में पाकिस्तान को आतंकवाद को बढ़ावा देने की साजिशें बंद करने की सख्त चेतावनी दी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर पाकिस्तान ने गुलाम कश्मीर में संचालित अपने ट्रेनिंग कैंप और लॉन्चिंग पैड बंद नहीं किए, तो भारत उचित कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगा। हालांकि, उन्होंने अपना वाक्य अधूरा छोड़ते हुए यह निर्णय पाकिस्तान पर छोड़ दिया कि वह इससे क्या सीख लेता है।
आतंकवाद को शह देना बंद करे पाकिस्तान
रक्षा मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान, जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने की साजिशें लगातार कर रहा है। उन्होंने बताया कि भारत के पास इस बात के स्पष्ट प्रमाण हैं कि गुलाम कश्मीर में अभी भी पाकिस्तान के लॉन्चिंग पैड और ट्रेनिंग कैंप सक्रिय हैं।
अखनूर के टांडा में पूर्व सैनिक रैली को किया संबोधित
पूर्व सैनिक दिवस के अवसर पर, रक्षा मंत्री ने मंगलवार को जम्मू के सीमावर्ती अखनूर के टांडा इलाके में आयोजित रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने 1947 के बाद भारत के साथ हुए हर युद्ध में हार का सामना किया है, और उसके नापाक इरादे कभी सफल नहीं होंगे।
भारतीय सैनिकों की वीरता की प्रशंसा
1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि अगर भारतीय सेना द्वारा जीते गए इलाकों को वापस नहीं किया गया होता, तो आज आतंकवाद जैसी समस्याएं नहीं होतीं। उन्होंने हाजी पीर जैसे इलाके लौटाने के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर वह क्षेत्र भारत के पास होता, तो आतंकियों की घुसपैठ का सिलसिला रुक सकता था।
दिल्ली और कश्मीर के बीच दूरी खत्म करने की पहल
रक्षा मंत्री ने जम्मू-कश्मीर और दिल्ली के लोगों के बीच की दूरी को कम करने के लिए मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार देश के हर क्षेत्र को समान दृष्टि से देखती है।
उन्होंने यह भी कहा, “पिछली सरकारों द्वारा कश्मीर के साथ अलग व्यवहार किया गया, जिसकी वजह से दिल्ली और कश्मीर के बीच भावनात्मक दूरी बढ़ी। हमारी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि यही है कि हमने इस दूरी को पाटने का काम किया है।”
पीओके पर सख्त बयान
राजनाथ सिंह ने पीओके के प्रधानमंत्री चौधरी अनवारुल हक के भारत विरोधी बयानों की निंदा करते हुए कहा कि “जम्मू-कश्मीर पीओके के बिना अधूरा है।”
पूर्व सैनिकों को शुभकामनाएं
रक्षा मंत्री ने पूर्व सैनिकों को मकर संक्रांति और नए साल की शुभकामनाएं दीं और कहा कि उनकी अखनूर में मौजूदगी यह दर्शाती है कि भारत सरकार के दिल में अखनूर और कश्मीर की वही अहमियत है, जो दिल्ली की है।
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